घड़ी में जैसे ही दोनों रविवार को सुइयां रात 12 बजे पर पहुंची वैसे ही नववर्ष की शुभकामनाएं देने का सिलसिला शुरू हो गया। हर तरफ उत्साह, उमंग और उल्लास का माहौल नजर आया।
घड़ी में जैसे ही दोनों रविवार को सुइयां रात 12 बजे पर पहुंची वैसे ही नववर्ष की शुभकामनाएं देने का सिलसिला शुरू हो गया। हर तरफ उत्साह, उमंग और उल्लास का माहौल नजर आया।